Wednesday, 10 October 2012

साक्षात्कार के दौरान कुछ ऐसे जरूरी सवाल जो जरूर पूछे जाते हैं !


किसी भी उम्र में अगर आप नई नौकरी के लिए जाते हैं तो साक्षात्कार के दौरान कुछ ऐसे जरूरी सवाल पूछे जाते हैं जिसकी तैयारी हमें हमेशा रखनी चाहिए। आमतौर में हर नौकरी कुछ ऐसे सवाल हैं जो जरूर पूछे जाते हैं। 

आइए जानते हैं इन जरूरी 12 सवालों के बारे में..



1.अपने बारे में बताइए?

अक्सर इंटरव्यू की शुरुआत इसी सवाल से होती है। ऐसे में इस सवाल को लेकर बेहद सावधान रहिए, ऐसा न हो कि आप काफी देर तक जवाब देते रह जाएं। जवाब को एक या दो मिनट में समेटें। जवाब में अपने अनुभव शामिल कीजिए। शुरुआती वर्षो में आपने क्या काम किया और हाल के काम का अनुभव बताएं। याद रखिए यह इंटरव्यू की शुरुआत भर है ऐसे में अपने बेस्ट पॉइंट आगे के लिए बचाकर रखिए। 

2.हमारी कंपनी के बारे में आप क्या जानते हैं?

इस सवाल के लिए आपको तैयार रहना चाहिए। तैयारी ऐसी हो कि आप कंपनी के उत्पाद, सेवाओं, आय, प्रतिष्ठा, छवि, लक्ष्यों, समस्याओं, प्रबंधन शैली, कर्मचारियों, इतिहास और रणनीति के बारे में चर्चा कर सकें। लेकिन, यह दिखाने की कोशिश मत कीजिए कि आपको सब कुछ पता है। जवाब से लगे कि आपने कंपनी के बारे में जानकारी जुटाने में समय दिया है। इंटरव्यू लेने वाले को यह साफ कर दीजिए कि आप अभी और सीखना और जानकारी हासिल करना चाहते हैं। आप अपना जवाब इस तरह से शुरू कर सकते हैं, नौकरी खोजने के दौरान मैंने कई कंपनियों के बारे में पता किया। आपकी कंपनी उन कुछ कंपनियों में थी जिसमें मेरी दिलचस्पी थी और इसकी वजह है.. जवाब हमेशा सकारात्मक अंदाज में दीजिए। आप सकारात्मक और साफ तरीके से अपनी बात रखेंगे, तो सामने वाले पर प्रभाव पड़ेगा। 

3.आप हमारे लिए क्यों काम करना चाहते हैं?

मुझे यहां के लोग अच्छे लगते हैं इस तरह का खतरनाक जवाब भूलकर भी न दें। इतना याद रखिये कि आप किसी भी इंटरव्यू में अच्छा जवाब तभी दे पाएंगे जब आप उसकी तैयारी करेंगे, तब ही आप कंपनी की जरूरतों के संदर्भ में बात कर पाएंगे। इंटरव्यू से पहले आप इसकी तैयारी कर के जाएं। सवाल के जवाब में आप कह सकते हैं कि आपकी रिसर्च के मुताबिक कंपनी वह काम कर रही है जिसका आप हिस्सा बनना चाहते हैं। कंपनी जिस तरह से काम कर रही है, उसमें आपकी बेहद दिलचस्पी है। उदाहरण के लिए, अगर कंपनी का प्रबंधन बेहद प्रभावशाली है तो आपके जवाब में यह तथ्य झलकना चाहिए। अगर कंपनी में रिसर्च और डेवलपमेंट पर ज्यादा जोर दिया जाता है तो आप अपने जवाब में इस चीज पर जोर दीजिए कि आप नई चीजें करना चाहते हैं। अगर कंपनी में वित्तीय नियंत्रण पर जोर दिया जाता है, तो जवाब में आंकड़ों की बाजीगरी पर खास ध्यान होना चाहिए। अगर आप इस सवाल के जवाब में इंटरव्यू लेने वाले को अपनी बातों में उलझा लेने की सोच रहे हैं, तो आपको इंटरव्यू नहीं देना चाहिए। बेहतर होगा कंपनी के प्रोफाइल को ध्यान में रखकर अपना जवाब दें। 

4.आप हमारे लिए ऐसा क्या कर सकते हैं जो दूसरे कर्मचारी नहीं कर सकते?

यहां आप अपनी प्रतिभा और जिम्मेदारी निभाने की क्षमताओं का जिक्र कर सकते हैं। असाइनमेंट्स, बायोडाटा या कॅरियर के दौरान मिली सफलता गिनाई जा सकती हैं। आप इंटरव्यू लेने वाले को बता सकते हैं कि आपकी शैली, काम में दिलचस्पी और अच्छे नतीजों वाला रिकॉर्ड इस नौकरी के लिए आपको मुफीद बनाता है।

5.इस पोस्ट को लेकर कौन-सी चीज आपको सबसे अधिक लुभाती है? क्या कम आकर्षक लगती है? 

इस सवाल के जवाब में आप नौकरी की तीन से चार आकर्षक चीजें आप गिना सकते हैं जबकि कोई एक ऐसी मामूली बात जिसने आपको नौकरी की तरफ कम आकर्षित किया बताना ही काफी है। 

6.हमें आपको जॉब क्यों दे देनी चाहिए?

इस सवाल का जवाब अपनी क्षमताओं, अनुभव और ऊर्जा को ध्यान में रखते हुए दें। आप इस सवाल का जवाब देते समय वही बातें कहें जो आप पूरी कर सकें। आप अपने आप को इस तरह न पेश करें कि कंपनी आपसे जरूरत से ज्यादा उम्मीद लगा ले।

7.आप जॉब में क्या उम्मीद करते हैं?

अपना जवाब कंपनी में काम करने के दौरान मिलने वाले अवसरों को ध्यान में रखकर तैयार करें। बेहतर काम करने और अपने योगदान को लेकर याद किए जाने की इच्छा के बारे में बात करें। जवाब को व्यक्तिगत सुरक्षा की बजाय कंपनी में मिलने वाले अवसरों पर केंद्रित करें। अपनी उम्मीदों को कभी भी कंपनी की पॉलिसी पर थोपने की कोशिश न करें।

8.प्लीज, यह बताइए कि जिस पद के लिए आप आए हैं उसको लेकर आप क्या सोचते हैं.. ?

आप जवाब को संक्षिप्त और काम को ध्यान में रखकर कम से कम बातों में समेट सकते हैं। भविष्य की जिम्मेदारी व जवाबदेही के बारे में सोचें। जवाब देने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि जिस पद के बारे में आप बात कर रहे हैं उसके साथ क्या-क्या जिम्मेदारियां जुड़ी हैं। अगर आप जिम्मेदारियों का अनुमान नहीं लगा पा रहे हैं, तो बेहतर यह होगा कि आप इंटरव्यू लेने वाले से इस बारे में पूछ लें। 

9.हमारी फर्म को सही मायने में योगदान देने में आपको कितने वक्त की जरूरत होगी?

इस सवाल का जवाब देते समय यथार्थवादी रहिए। आप कह सकते हैं कि चुनौतियों और दबाव का सामना करने के लिए आप नौकरी के पहले दिन से ही तैयार हैं, हालांकि कंपनी और उसकी जरूरतों को अच्छी तरह समझकर कोई महत्वपूर्ण योगदान करने में आपको छह महीने से लेकर एक साल तक का वक्त लग सकता है। 

10.हमारे साथ आपकी पारी कितनी लंबी होगी? 

इस सवाल के जवाब में आप कह सकते हैं कि आपकी दिलचस्पी कंपनी के साथ करियर बनाने में है और आप लंबे समय तक कंपनी में रहकर कंपनी के साथ अपनी ग्रोथ भी सुनिश्चित करना चाहते हैं। यह कहने में संकोच मत कीजिए कि आप तभी तक कंपनी के साथ जुड़े रह सकते हैं, जब तक आपको अपना काम चुनौतीपूर्ण लगे।

11.बायोडाटा बताता है कि इस पद के लिए आप या तो ज्यादा काबिल या फिर अनुभवी हैं। क्या सोचते हैं?

इसके जवाब में कंपनी के साथ लंबे समय तक संबंध बनाए रखने की दिलचस्पी पर जोर दीजिए और कहिए कि अगर आप इस नौकरी में अच्छा काम करेंगे तो आपके लिए नए अवसर खुलेंगे। आप यह कहना मत भूलिये कि एक अच्छी कंपनी को टिककर काम करने वाले स्टाफ की जरूरत होती है। अनुभवी कर्मचारी हमेशा कंपनी की जान होते हैं और क्योंकि आप इस पद के लिए उचित योग्यता रखते हैं ऐसे में कंपनी को आप पर किए गए निवेश का फल जल्द ही मिलने लगेगा। आप कह सकते हैं कि एक बढ़ती, ऊर्जावान कंपनी के पास हमेशा प्रतिभावान लोगों के लिए जगह होती है।

12.आप चीजों को किस तरह से मैनेज करते हैं?

जवाब के लिए आपको कंपनी की शैली के बारे में काफी कुछ जानना होगा, ताकि जब आप अपनी प्रबंधन शैली के बारे में बताएं तो वह कंपनी की स्टाइल से मिलती-जुलती लगे। जैसे- काम पर केंद्रित शैली (मुझे समस्याएं हल करना, गड़बड़ियों को पकड़ना और उनका समाधान तलाशना पसंद है), नतीजों पर केंद्रित शैली (प्रबंधन से जुड़े फैसले मैं इस आधार पर करता हूं कि सबसे नीचे के लोगों को यह कैसे प्रभावित करेगा) या फिर संरक्षणवादी (मैं अपने सहयोगियों के हितों का ध्यान रखने और उनका सही मार्गदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हूं)। ये जवाब आपको न सिर्फ सवालों के जवाब से भटकने से बचाते हैं बल्कि आपकी साफगोई भी बयां करते हैं।

                                                                                                                            अभितेष श्याम वर्मा

Saturday, 8 September 2012

विश्व साक्षरता दिवस

ज्ञान इंसान को जीवन के सभी अंधेरों से बाहर निकाल एक बेहतर और उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करता है. इतिहास इस बात का साक्षी रहा है कि जिस देश और सभ्यता ने ज्ञान को अपनाया है उसका विकास अभूतपूर्व गति से हुआ है. शिक्षा के महत्व का वर्णन करना शब्दों में बेहद मुश्किल है और शायद इसीलिए हर साल आठ सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है.

साक्षरता का अर्थ?

साक्षरता सिर्फ किताबी शिक्षा प्राप्त करने तक ही सीमित नहीं होती बल्कि साक्षरता का तात्पर्य लोगों में उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरुकता लाकर सामाजिक विकास का आधार बनाना है. साक्षरता गरीबी उन्मूलन, लिंग अनुपात सुधारने, भ्रष्टाचार और आतंकवाद से निपटने में सहायक और समर्थ है. आज विश्व में साक्षरता दर सुधरी जरूर है फिर भी शत-प्रतिशत से यह कोसों दूर है.

वैश्विक स्तर पर देखें तो हम पाएंगे कि दुनिया भर में करीब चार अरब लोग साक्षर हैं और 77.6 करोड़ लोग न्यूनतम साक्षरता दर से भी नीचे हैं. इसका मतलब यह है कि हर पांच में से एक व्यक्ति निरक्षर है. दुनिया के लगभग 35 देशों में साक्षरता दर 50 फीसदी से भी कम है.
भारत के संदर्भ में औसत साक्षरता दर और भी कम यानि 74% ही है. हालांकि नेपाल, पाकिस्तान जैसे हमारे पड़ोसी देशों में हालत हमसे भी खराब है पर विश्व में चीन जैसा भी देश है जिसके यहां साक्षरता दर 93.3% है.
यह वह संख्या और आंकडे हैं जो किताबों में हैं अगर हम जमीनी हकीकत देखें तो हालात और भी गंभीर नजर आएंगे. सुडान, अफगानिस्तान जैसे देश भी हैं जहां साक्षरता दर बेहद निम्न है.

विश्व में गिरती साक्षरता दर को सुधारने और इस क्षेत्र में अधिक काम करने के लिए ही संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO: United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization, यूनेस्को) द्वारा प्रतिवर्ष 8 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है.

यूनेस्को ने 17 सितंबर, 1965 को विश्व भर के लोगों को साक्षर बनाने के लक्ष्य हेतु प्रतिवर्ष 8 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने की घोषणा की थी. सर्वप्रथम आठ सितंबर, 1966 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया गया था. तब से प्रत्येक वर्ष एक नए उद्देश्य के साथ विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है.

इस साल विश्व साक्षरता दिवस का थीम है “साक्षरता और शांति.” साक्षरता विश्व में शांति फैलाने में अहम भूमिका निभा सकता है. जब लोग साक्षर होंगे तो उनके पास रोजगार होंगे, रोजगार का अर्थ है आमदनी और खुशहाली. अगर खुशहाली होगी तो लोग आपस में लड़ेंगे नहीं. यूनेस्को ने इसी सोच के साथ “साक्षरता और शांति” को इस साल की थीम रखा है.

उम्मीद करते हैं जब अगले साल हम साक्षरता दिवस मनाएं तब कोई छोटू, मोनू या अन्य बच्चा शिक्षा से वंचित ना हो और समाज का एक बड़ा हिस्सा साक्षर कहलाए! 

                                                                                                                    
अभितेष श्याम वर्मा 

Tuesday, 4 September 2012

‎"शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभ कामना"


सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन-परिचय

स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को तमिलनाडु के एक पवित्र तीर्थ स्थल तिरुतनी ग्राम में हुआ था. इनके पिता सर्वपल्ली विरास्वामी एक गरीब किंतु विद्वान ब्राम्हण थे. इनके पिता पर एक बड़े परिवार की जिम्मेदारी थी इस कारण राधाकृष्णन को बचपन में कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का शुरुआती जीवन तिरुतनी और तिरुपति जैसे धार्मिक स्थलों पर ही बीता. यद्यपि इनके पिता धार्मिक विचारों वाले इंसान थे लेकिन फिर भी उन्होंने राधाकृष्णन को पढ़ने के लिए क्रिश्चियन मिशनरी संस्था लुथर्न मिशन स्कूल, तिरुपति में दाखिल कराया. इसके बाद उन्होंने वेल्लूर और मद्रास कॉलेजों में शिक्षा प्राप्त की. वह शुरू से ही एक मेधावी छात्र थे. अपने विद्यार्थी जीवन में ही उन्होंने बाइबल के महत्वपूर्ण अंश याद कर लिए थे, जिसके लिए उन्हें विशिष्ट योग्यता का सम्मान भी प्रदान किया गया था. उन्होंने वीर सावरकर और विवेकानंद के आदर्शों का भी गहन अध्ययन कर लिया था. सन 1902 में उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा अच्छे अंकों में उत्तीर्ण की जिसके लिए उन्हें छात्रवृत्ति प्रदान की गई. कला संकाय में स्नातक की परीक्षा में वह प्रथम आए. इसके बाद उन्होंने दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर किया और जल्द ही मद्रास रेजीडेंसी कॉलेज में दर्शनशास्त्र के सहायक प्राध्यापक नियुक्त हुए. डॉ. राधाकृष्णन ने अपने लेखों और भाषणों के माध्यम से विश्व को भारतीय दर्शन शास्त्र से परिचित कराया. राधाकृष्णन ने जल्द ही वेदों और उपनिषदों का भी गहन अध्ययन कर लिया. आज भी इनका जन्मदिवस शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है.

डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का व्यक्तित्व

डॉ.राधाकृष्णन का जन्म भले ही एक छोटे से गांव के गरीब ब्राहमण परिवार में हुआ था. लेकिन उनकी शिक्षा-दीक्षा एक क्रिश्चियन स्कूल में हुई थी और उस समय पश्चिमी जीवन मूल्यों को विद्यार्थियों में गहरे तक स्थापित किया जाता था. यही कारण है कि क्रिश्चियन संस्थाओं में अध्ययन करते हुए राधाकृष्णन के जीवन में उच्च गुण समाहित हो गए. और वह परंपरागत तौर पर ना सोच कर व्यहारिकता की ओर उन्मुख हो गए थे. शिक्षा के प्रति रुझान ने उन्हें एक मजबूत व्यक्तित्व प्रदान किया था. डॉ.राधाकृष्णन बहुआयामी प्रतिभा के धनी होने के साथ ही देश की संस्कृति को प्यार करने वाले व्यक्ति भी थे.

डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का राजनैतिक जीवन

डॉ. राधाकृष्णन अपनी प्रतिभा का लोहा बनवा चुके थे. उनकी योग्यता को देखते हुए ही उन्हें संविधान निर्मात्री सभा का सदस्य बनाया गया था. वह 1947 से 1949 तक इसके सदस्य रहे. इसी बीच वह ख्याति प्राप्त विश्वविद्यालयों के चेयरमैन भी नियुक्त किए गए. जब भारत को स्वतंत्रता मिली उस समय जवाहरलाल नेहरू ने राधाकृष्णन से यह आग्रह किया कि वह विशिष्ट राजदूत के रूप में सोवियत संघ के साथ राजनयिक कार्यों की पूर्ति करें. 1952 तक वह राजनयिक रहे. इसके बाद उन्हें उपराष्ट्रपति के पद पर नियुक्त किया गया. संसद के सभी सदस्यों ने उन्हें उनके कार्य व्यवहार के लिए काफ़ी सराहा. 1962 में राजेन्द्र प्रसाद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद राधाकृष्णन ने राष्ट्रपति का पद संभाला. राजेंद्र प्रसाद की तुलना में इनका कार्यकाल काफी चुनौतियों भरा था. क्योंकि जहां एक ओर भारत के चीन और पाकिस्तान के साथ युद्ध हुए जिसमें चीन के साथ भारत को हार का सामना करना पड़ा. वही दूसरी ओर दो प्रधानमंत्रियों का देहांत भी इन्हीं के कार्यकाल के दौरान ही हुआ था. 1967 के गणतंत्र दिवस पर डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने देश को सम्बोधित करते हुए यह स्पष्ट किया था कि वह अब किसी भी सत्र के लिए राष्ट्रपति नहीं बनना चाहेंगे. यद्यपि कांग्रेस के नेताओं ने उनसे काफ़ी आग्रह किया कि वह अगले सत्र के लिए भी राष्ट्रपति का दायित्व ग्रहण करें, लेकिन राधाकृष्णन ने अपनी घोषणा पर पूरी तरह से अमल किया.


डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन को दिए गए सम्मान
शिक्षा और राजनीति में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी ने महान दार्शनिक शिक्षाविद और लेखक डॉ. राधाकृष्णन को देश का सर्वोच्च अलंकरण “भारत रत्न” प्रदान किया. राधाकृष्णन के मरणोपरांत उन्हें मार्च 1975 में अमेरिकी सरकार द्वारा टेम्पलटन पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जो कि धर्म के क्षेत्र में उत्थान के लिए प्रदान किया जाता है. इस पुरस्कार को ग्रहण करने वाले यह प्रथम गैर-ईसाई सम्प्रदाय के व्यक्ति थे. उन्हें आज भी शिक्षा के क्षेत्र में एक आदर्श शिक्षक के रूप में याद किया जाता हैं. आज भी उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में संपूर्ण भारत में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाकर डॉ.राधाकृष्णन के प्रति सम्मान व्यक्त किया जाता है. इस दिन देश के विख्यात और उत्कृष्ट शिक्षकों को उनके योगदान के लिए पुरुस्कार प्रदान किए जाते हैं.

डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का निधन
17 अप्रैल, 1975 को सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने लंबी बीमारी के बाद अपना देह त्याग दिया.


डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के ज्ञानी, एक महान शिक्षाविद, महान दार्शनिक, महान वक्ता होने के साथ ही विज्ञानी हिन्दू विचारक भी थे. राधाकृष्णन ने अपने जीवन के 40 वर्ष एक शिक्षक के रूप में व्ययतीत किए थे. वह एक आदर्श शिक्षक थे. डॉक्टर राधाकृष्णन के पुत्र डॉक्टर एस. गोपाल ने 1989 में उनकी जीवनी का प्रकाशन भी किया. इसके पूर्व डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के व्यक्तित्व तथा जीवन की घटनाओं के सम्बन्ध में किसी को भी आधिकारिक जानकारी नहीं थी. स्वयं उनके पुत्र ने भी माना कि उनके पिता की व्यक्तिगत ज़िदंगी के विषय में लिखना एक बड़ी चुनौती थी और एक नाज़ुक मामला भी. लेकिन डॉक्टर एस. गोपाल ने 1952 में न्यूयार्क में ‘लाइब्रेरी ऑफ़ लिविंग फिलासफर्स’ के नाम से एक श्रृंखला पेश की जिसमें सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बारे में आधिकारिक रूप से लिखा गया था. स्वयं राधाकृष्णन ने उसमें दर्ज सामग्री का कभी खंडन नहीं किया.

मनुष्य का व्यक्तित्व ही उसे महान बनता है !

Thursday, 5 July 2012

सीन-1
 
इंटरव्यू लेने वाला हमसे नौकरी बदलने का कारण पूछता है। तब हम या तो खुद का बचाव करते हैं या कोई बेतुका सा जवाब दे देते हैं। 
तो क्या कहें? बचाव की बजाय साफ-साफ बताएं कि जॉब बदलना आपकी आदत नहीं है। बल्कि पुरानी कंपनियों में संतुष्ट नहीं थे। अब आप ऐसी कंपनी में काम करना चाहते हैं जहां सैलरी तो अच्छी मिले ही, काम करने के मौके भी ज्यादा हों। 
 
सीन-2
 
इंटरव्यू में यह सवाल भी आता है कि आपको नौकरी पर क्यों रखें? आप इस सवाल पर स्ट्रैंथ बता देते हैं। इस जवाब में कोई टेक्निकल फॉल्ट भी नहीं है। लेकिन इसका दूसरा जवाब भी हो सकता है। 
 
तो क्या कहें? कहिए-आपका सवाल अच्छा है लेकिन मैं ऑडिशन इंटरव्यू में पार्टिसिपेट करना चाहता हूं। इससे आपको मेरी स्ट्रैंथ के बारे में पता चल जाएगा। ऑडिशन इंटरव्यू में आप जॉब मिलने से पहले काम करके दिखाते हैं। इससे मैनेजर ऑफर लेटर देने से पहले आपकी परफॉर्मेंस को जान जाता है। 
 
सीन-3
 
फिर वह पूछता है कि आप इस कंपनी में कब तक रुकेंगे। आप कहते हैं, रिटायरमेंट तक। मगर, आज के माहौल में इस तरह के जवाब पर कोई यकीन नहीं करेगा।
 
तो क्या कहें? आपको कहना चाहिए, 'मैं यहां उस वक्त तक काम करूंगा, जब तक मैं कंपनी में अच्छा परफॉर्म कर सकूं और प्रोफेशनल ग्रोथ मिलती रहे।'
 
सीन-4
 
अंत में वह आपसे सैलरी के बारे में बात करता है। आप उल्टा उससे इस पोस्ट का बजट पूछते हैं। यह गलत तरीका है, जिससे इंटरव्यू लेने वाला इरीटेट हो सकता है। तो क्या कहें? आपसे सैलरी के बारे में सवाल किया जाए तो एक या दो बार इसे टाल दें। मगर, जब अगली बार पूछा जाए तो आप कहें कि मेरी पोस्ट और वर्क प्रोफाइल को देखकर सैलरी तय कर दें।

कश्मीर में हिंदू राज्य की स्थापना किसने की थी ?

1. कोलकाता उच्च न्यायालय की खंडपीठ कहां पर स्थित है।

- पोर्टब्लेयर में

2. उच्च न्यायालय के न्यायाधीश को शपथ कौन दिलाता है।

- राज्यपाल

3. भारत में कितने उच्च न्यायालय स्थित है।

- 21

4. सर्वाधिक खंडपीठ किस उच्च न्यायालय की है।

- गुवाहाटी उच्च न्यायालय

5. किस उच्च न्यायालय में सर्वाधिक न्यायाधीश हैं।

- इलाहाबाद उच्च न्यायालय

6. सबसे कम न्यायाधीश किस उच्च न्यायालय में है।

- गुवाहाटी उच्च न्यायालय

7. संवैधानिक उपचारों के अधिकार को किसने संविधान की आत्मा कहा है।

- डा. भीमराव अंबेडकर

8. संपत्ती का अधिकार किस अधिकार की श्रेणी में आता है।

- कानूनी अधिकार

9. भारत में कितनी क्षेत्रीय परिषद् है।

- पांच

10. मौलिक अधिकारों का वर्णन किन अनुच्छेदों में है।

- अनुच्छेद 12 से 35 तक

11. नीति निदेशक तत्वों को उल्लेख संविधान के किन अनुच्छेदों में किया गया है।

- अनुच्छेद 36 से 51 तक

12. अकबर पुर्तगालियों से कब मिला।

- गुजरात विजय के दौरान

१३. अकबर का जन्म किसके महल में हुआ था।

- राणा वीरसाल के महल में

14. गयासुद्दीन तुगलक ने बंगाल को कितने भागों में विभाजित किया।

- तीन

15. मांडू के किले का निर्माण किसने करवाया था।

- अलप खां (हुशंगशाह)

16. जो लोग सूफी संतों से शिष्यता ग्रहण करते थे, उन्हें कहा जाता था।

- मुरीद

17. कश्मीर में हिंदू राज्य की स्थापना किसने की थी।

- सूहादेव ने

18. इटली का यात्री निकोलो कोंटी किसके शासनकाल में विजयनगर आया था।

- देवराय प्रथम

19. तालिकोटा के युद्ध में विजयनगर का नेतृत्व किसने किया था।

- राम राय ने

20. मुहम्मद बिन तुगलक ने कृषि के विकास के लिए कौनसे विभाग की स्थापना की।

- अमीर ए कोही

परमाणु बम

दुनिया के कण-कण के पीछे मौजूद हिग्स बोसॉन या गॉड पार्टिकल की बुधवार को जिनेवा में पुष्टि हुई। इससे भौतिकी का वह ‘शून्य’ मिल गया, जिससे सृष्टि की गिनती पूरी होती है। आइये.. जानें विज्ञान की उन सात महान खोजों को जिन्होंने हमारी दुनिया बदल दी.. 

वैक्सीनेशन

17वीं सदी में यूरोप में हर साल चेचक से चार लाख लोगों की मौत होती थी। ऐसे में 1796 में ब्रिटिश वैज्ञानिक एडवर्ड जेनर ने पहली बार वैक्सीनेशन शब्द का इस्तेमाल किया। इसमें बीमारी को दूर करने के लिए बीमारी का ही इस्तेमाल किया गया। वायरस को शरीर में इंजेक्ट किया। ताकि शरीर में उससे लड़ने की ताकत विकसित हो सके। 

आज इस्तेमाल : सैकड़ों बीमारियों से बचा रहा है वैक्सीन।

इलेक्ट्रॉन आया, जिससे बनी बिजली 

1838 में पता चला था कि सब-एटॉमिक पार्टिकल इलेक्ट्रॉन का अस्तित्व है। लेकिन उसे साबित करने में 60 साल लग गए थे। इसके बाद ही बिजली का अविष्कार हो सका। टीवी और सीडी की तकनीक से लेकर कैंसर रोगियों के लिए रेडियोथेरेपी भी इसी की बदौलत सामने आई। 

आज इस्तेमाल: बिजली के बिना आज जिंदगी की कल्पना ही नहीं की जा सकती। 

जीनोम सिक्वेंस मैपिंग

इंसानी शरीर के प्रत्येक जींस की मैपिंग की गई। 1990 में इंटरनेशनल ह्यूमन जीनोम प्रोजेक्ट शुरू हुआ। अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस और चीन के वैज्ञानिक शामिल हुए। 2003 में जीनोम मैपिंग पूरी हो गई। 2009 में भारतीय वैज्ञानिकों ने देश में पहली बार जीनोम मैपिंग पूरी की। नई दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी ने दो साल की तैयारी के बाद 45 दिन में काम पूरा किया। 

आज इस्तेमाल: बीमारी की वजह, दवा का असर समझने में फायदेमंद। खास जीन से होने वाले नुकसान का पूर्व आकलन संभव।

पेनिसिलिन

स्कॉटिश वैज्ञानिक एलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने 1921 में पहले एंटी-बायोटिक की खोज की। इंफ्लूएंजा वायरस पर शोध के दौरान पाया कि स्टेफीलोकोकस कल्चर प्लेट पर फंगस उगी हुई है। जांच में पता चला कि उसके आसपास का क्षेत्र बैक्टीरिया मुक्त है। 

आज इस्तेमाल: पेनिसिलिन कई मिश्रणों के साथ कई दवाओं में हैं। 

पहला सैटेलाइट

स्पूतनिक-1 पहला कृत्रिम उपग्रह था, जिसे रूस ने 4 अक्टूबर 1957 को लॉन्च किया। इससे स्पेस एज की शुरुआत हुई। अब इस दौड़ में अमेरिका, ब्रिटेन और चीन के साथ ही भारत भी शामिल हैं। रूस के यूरी गगारिन 12 अप्रैल 1961 को वोस्तोक यान के जरिए अंतरिक्ष में पहुंचे तो अमेरिकी नागरिक नील आर्मस्ट्रांग ने 20 जुलाई 1969 को चंद्रमा पर पहुंचने वाले पहले मानव बने। 

अब इस्तेमाल: मंगल ग्रह पर जाने की तैयारी। पृथ्वी के वातावरण से समानता रखने वाले ग्रहों को खोजा जा रह है। 

स्टेम सेल थैरेपी

शरीर की कोशिकाएं ही बना लेंगी नए अंग। आइसोलेटिंग एम्ब्रायोनिक स्टेम सेल्स ऑफ ह्यूमन्स एंड प्रीमेट्स पर अमेरिकी वैज्ञानिक जेम्स थॉमसन ने पेटेंट लिया है। अब तक आंख, दिल, मस्तिष्क सहित कई अंगों की कोशिकाएं बनाई जा चुकी है। इलाज फिलहाल महंगा, लेकिन भविष्य में तकनीक सस्ती होने की उम्मीद। 

अब इस्तेमाल: क्लोनिंग के जरिए संभावनाओं को टटोला जा रहा है। कैंसर सहित कई जाबीमारियों से इलाज में मदद ली जा रही है। स्टेम सेल थैरेपी चिकित्सा के क्षेत्र में खासी मददगार साबित हो रही है। 

परमाणु बम

परमाणु बम बना तो विनाश के लिए था, लेकिन बाद में इसका इस्तेमाल बेहतरी के लिए हो रहा है। 1940 में अमेरिका में यूरेनियम को रिफाइन कर एटम बम बनाने की तकनीक पर काम शुरू हुआ। इसे मैनहट्टन प्रोजेक्ट के रूप में जाना जाता है। 1945 में अमेरिका ने जापान के दो शहरों-हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए। हजारों लोग मारे गए। करोड़ों अब भी प्रभावित हैं। 

अब इस्तेमाल : परमाणु ऊर्जा अस्तित्व में आई। परंपरागत ऊर्जा स्रोतों के मजबूत विकल्प के रूप में सामने आया।

अमृतसर लाहौर के बीच चलने वाली रेलगाड़ी है ?

1. राजस्थान का दूसरा सबसे पुराना किला कौनसा है।

- कुंभलगढ़

2. परमाणु भट्टी में कौनसा ईंधन प्रयुक्त किया जाता है।

- यूरेनियम

3. डायनमों बदलता है।

- यांत्रिक ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा में

4. जल का शुद्धतम रूप कौनसा है।

- वर्षा का जल

5. कौनसी एकमात्र द्रव धातु है।

- मर्करी

6. चूने के पानी को दूधिया करने वाली गैस है।

- कार्बन डाई ऑक्साइड

7. राजस्थान की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है।

- जयसमंद

8. राजस्थान के एकीकरण का श्रेय किसे जाता है।

- सरदार वल्लभ भाई पटेल

9. मांड गीत राजस्थान के किस क्षेत्र से जुड़ा है।

- बीकानेर

10. नौलखा सागर किस जिले में स्थित है।

- बूंदी में

11. अकबर की कब्र कहां पर है।

- सिकंदरा

12. पातल और पीथल काव्य रस के रचनाकार कौन है।

- कन्हैयालाल सेठिया

13. पंडित जसराज का संबंध किस घराने से है।

- मेवाती घराना

14. नाथद्वारा में श्रीनाथजी की मूर्ति किसने स्थापित करवाई थी।

- राजसिंह प्रथम

15. इस्लाम धर्म में पहला माह कौनसा होता है।

- मोहर्रम

16. अजमेर में प्रतिवर्ष उर्स का मेला किस समय लगता है।

- पहली रजब से नौ रजब तक

17. अष्टांगिक मार्ग किस धर्म दर्शन से संबंधित है।

- बौद्ध धर्म

18. भोपाल गैस रिसाव कांड में कौनसी जहरीली गेस का रिसाव हुआ था।

- मिथाइल आइसोसाइनाइट

19. पूना पैक्ट समझौता किनके मध्य हुआ था।

- महात्मा गांधी व डा. भीमराव अंबेडकर

20. अमृतसर लाहौर के बीच चलने वाली रेलगाड़ी है।

- समझौता एक्सप्रेस

Thursday, 31 May 2012

1. सल्तनत कालीन ग्रंथों में अनारों के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध बताया गया है।

- जोधपुर

2. सागवान रोपण हेतु सबसे उपयुक्त जिले हैं।

- बासवाड़ा व उदयपुर

3. राजस्थान में सर्वप्रथम किस मानसून शाखा का प्रवेश होता है।

- अरब सागर की शाखा

4. राजस्थान में पूर्णत: बहने वाली सबसे लंबी नदी है।

- बनास 

5. भोराट का पठार कहां पर स्थित है।

- कुंभलगढ़ से गोगुंदा के बीच

6. अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ राज्य के किस जिले की सीमा सर्वाधिक लंबी है।

- जैसलमेर

7.. लूनी बेसिन का प्रदेश कहलाता है।

- गोड़वार प्रदेश

8. किस सुल्तान ने विवादग्रस्त एवं अन्याय संगत करों को बंद किया।

- फिरोज तुगलक

9. राजपूत वैदिक आर्यो की संतान है-इस मत के प्रतिपादक है।

- गौरीशंकर हीराचंद ओझा

10. ओसियां में महावीर स्वामी को समर्पित जैन मंदिर का निर्माण किस राजा के काल में हुआ।

- वत्सराज प्रतिहार

11. राज्य के एकीकरण में सिरोही को राजस्थान में कब शामिल किया।

- छठे चरण में 1950

12. कौनसा जिला उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश की सीमा को छूता है।

- धोलपुर

13. अकबर ने 1570 की नागौर यात्रा के समय जोधपुर दुर्ग किसको सुपुर्द किया था।

- रायसिंह बीकानेर

14.किसी व्यक्ति द्वारा अपना अस्तित्व भूलकर किसी दूसरे व्यक्ति के गुणों व अवगुणों का अनुकरण करना कहलाता है।

- तादात्मीकरण

15. सीएटी व्यक्तित्व परीक्षण की कौनसी विधि है।

- प्रक्षेपी

16. 0.25 बुद्धिलब्धि को कहते हैं।

- जड़ बालक

17. प्रथम मनोविज्ञान प्रयोगशाला 1879 में जर्मनी के लिपजिंग नगर में किसने स्थापित की।

- विलियम लुंट

18. डूंगरपुर किस संभाग में शामिल है।

- उदयपुर संभाग

19. प्रसिद्ध किराडु़ मंदिर किस शैली का है।

- गुर्जर प्रतिहार शैली

20. राजस्थान के किस जिले की सीमा रेखा गुजरात के साथ सबसे कम लंबी है।

- बाड़मेर

Wednesday, 30 May 2012

1. संविधान को कौनसा अनुच्छेद प्रेस की स्वतंत्रता से संबंधित है।

- अनुच्छेद 19(ए)

२. संविधान के किस अनुच्छेद से उपाधियों को अंत किया गया।

- अनुच्छेद 18

3. श्वेत महाद्वीप के नाम से कौनसा महाद्वीप जाना जाता है।

- अंटार्कटिका महाद्वीप

4. विश्व में मैदानों का सर्वाधिक विस्तार किस महाद्वीप में है।

- यूरोप

5. किस महाद्वीप में ज्वालामुखी को सर्वथा अभाव पाया जाता है।

- आस्ट्रेलिया

6. भारत व बांग्लादेश के मध्य किस द्वीप को लेकर विवाद है।

- न्यूमूर द्वीप

7. उदारवादियों की कार्यपद्धति को किसने भिखमंगी राजनीति की संज्ञा दी।

- उद्रवादियों ने

8. कांग्रेस का दूसरा विभाजन कहां हुआ।

- 1918 मुंबई में 

9. किस सुल्तान के बारे में बरनी लिखता है कि एक ही समय में वह सूलेमान एवं सिकंदर दोनों था।

- मुहम्मद बिन तुगलक

10. असहयोग आंदोलन शुरू करने के समय भारत का वायसराय कौन था।

- लार्ड चेम्सफोर्ड

11. भारत की विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं को अंतिम रूप से अनुमोदित करने का कार्य है।

- राष्ट्रीय विकास परिषद

12. शाहरुख के नाम से सिक्के किस शासक ने चलाए थे।

- बाबर

13. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क किस राज्य में स्थित है।

- उत्तराखंड

14. नए राज्य के गठन अथवा सीमा में परिवर्तन करने का अधिकार किसका है।

- संसद को

15. फतेहपुर सीकरी कब तक आबाद रहा।

- 1571 से1585 तक

16. अलाउद्दीन दिल्ली का सुल्तान कब बना।

- 1296 में

17. किस महिला का नाम मुगलकालीन सिक्कों पर मिलता है।

- नूरजहां 

18. किस इतिहासकार ने फिरोज तुगलक की तुलना अकबर से की है।

- हेनरी इलियट

19. 11वीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य है।

- समावेशी विकास

20. मुहम्मद बिन तुगलक को एक और नाम से जाना जाता था, वह नाम था।

- जूना खां.

Saturday, 26 May 2012

1. टेकिंग द मिकी : द इनसाइड स्टोरी के लेखक हैं

- मिकी आर्थर

2. ऑक्सीजन का मानव शरीर में परिवहन होता है।

- हिमोग्लोबीन द्वारा

3. मनुष्य में ताप नियमन केंद्र स्थित होता है।

- हाइपोथैलेमस

4. दांतों में पाया जाने वाला पदार्थ जो शरीर का सबसे कठोर भाग होता है।

- इनेमल

5. जीभ के किस भाग से कड़वेपन का अहसास होता है।

- पश्च भाग से

6. टिबिया हड्डी मानव शरीर के किस हिस्से में पाई जाती है।

- टांग में

7. चर्बी को पचाने में जो पित्त द्रव सहायता करता है, वह स्रावित होता है।

- यकृत से

8. डब्ल्यूबीसी का जीवनकाल कितने समय का होता है।

- एक सप्ताह

9. मानव शरीर में अमीनों अम्लों की संख्या होती है।

- बीस

10. . जब आंख में धूल चली जाती है तो कौनसा हिस्सा सूजकर गुलाबी हो जाता है।

- कंजंक्टवा

11. मनुष्य की लार में कौनसा एंजाइम पाया जाता है।

- टायलिन

12. वृद्धिकारक एवं संक्रमणरोधी विटामिन कौनसा है।

- विटामिन ए

13. नेत्र की वर्णक युक्त परत किस नाम से जानी जाती है।

- कॉरोइड

14. मानव शरीर में अधिकतम पोषक तत्व रक्त में अवशोषित किए जाते हैं।

- छोटी आंत से

15. किस अम्ल की उपस्थिति मानव पेट में होती है।

- हाइड्रोक्लोरिक अम्ल 

16. पाचन क्रिया में प्रोटीन किस पदार्थ में बदल जाता है।

- एमीनों अम्ल में

17. आरबीसी का जीवनकाल कितने समय का होता है।

- 120 दिन

18. मेरुदंड में हड्डियों की संख्या होती है।

- 26

19. सर्वप्रथम रक्त परिसंचरण तंत्र का अध्ययन किसने किया।

- विलयम हार्वे

20. मनुष्य में कुल कितनी पेशियां पाई जाती है।

- 369